Zomato शेयर प्राइस टारगेट 2025 से 2030 तक जानिए क्या रहेगा कीमत ?

Zomato भारत में फूड डिलीवरी और क्विक-कॉमर्स का अग्रणी ब्रांड है, जिसने निवेशकों का ध्यान अपनी स्थिर वृद्धि और नई सेवाओं के माध्यम से खींचा है। इस लेख में, हम Zomato के 2025 से 2030 तक के शेयर प्राइस टारगेट पर चर्चा करेंगे, जिसमें संभावनाओं, चुनौतियों और बाजार दृष्टिकोण का विश्लेषण शामिल है।\


Zomato के शेयर प्राइस को प्रभावित करने वाले कारक

  1. राजस्व वृद्धि (Revenue Growth): Zomato ने पिछले वर्षों में लगातार राजस्व वृद्धि दिखाई है। इसका लक्ष्य 2025 तक ब्रेकईवन (लाभ में आना) हासिल करना है।
  2. ब्लिंकिट की सफलता: Zomato की क्विक-कॉमर्स सेवा, Blinkit, इसके विस्तार में एक अहम भूमिका निभा रही है।
  3. बढ़ता ऑनलाइन फूड मार्केट: भारत में ऑनलाइन फूड डिलीवरी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, जो Zomato को दीर्घकालिक लाभ दे सकता है।
  4. प्रतिस्पर्धा: Swiggy और अन्य क्षेत्रीय ब्रांडों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा Zomato के बाजार हिस्से को प्रभावित कर सकती है।
  5. निवेशकों का विश्वास: Zomato का उच्च PE अनुपात (146.47) इसे संभावित रूप से ओवरवैल्यूड बनाता है, लेकिन इसकी मजबूत बैलेंस शीट और शून्य ऋण इसे स्थिर बनाते हैं।

शेयर प्राइस टारगेट का विश्लेषण

नीचे दिए गए आंकड़े Zomato के शेयर प्राइस टारगेट का 2025 से 2030 तक का अनुमान प्रस्तुत करते हैं।

वर्षशेयर प्राइस टारगेट (₹)
2025₹200 – ₹250
2026₹350 – ₹450
2027₹600 – ₹800
2028₹1000 – ₹1200
2030₹2200 – ₹2500

2025: लाभ की ओर पहला कदम

2025 तक, Zomato का लक्ष्य ब्रेकईवन तक पहुंचना है। इसका मतलब है कि कंपनी अपनी परिचालन लागत को कवर करने और स्थिर लाभ हासिल करने की ओर बढ़ेगी। Blinkit की सफलता और ऑनलाइन फूड डिलीवरी की बढ़ती मांग के कारण, शेयर प्राइस ₹200 से ₹250 के बीच रह सकता है।


2030: दीर्घकालिक वृद्धि

2030 तक, अगर Zomato अपनी सेवाओं को और मजबूत करता है और अपनी वृद्धि को स्थिर रखता है, तो शेयर की कीमत ₹2200 से ₹2500 तक हो सकती है। यह भारत के बढ़ते ऑनलाइन बाजार और Zomato के निवेशकों के विश्वास पर निर्भर करेगा।


जोखिम और चुनौतियां

  • उच्च प्रतिस्पर्धा: Swiggy और अन्य प्लेटफॉर्म्स के कारण Zomato को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है।
  • ग्राहक अधिग्रहण लागत: नए ग्राहकों को जोड़ने की लागत Zomato के लाभ पर दबाव डाल सकती है।
  • मार्केट वोलैटिलिटी: शेयर बाजार की अस्थिरता Zomato के शेयर प्राइस को प्रभावित कर सकती है।

निष्कर्ष

Zomato का भविष्य दीर्घकालिक निवेशकों के लिए आशाजनक दिखता है, खासकर अगर यह अपने राजस्व लक्ष्यों और लाभप्रदता को प्राप्त करता है। 2025 से 2030 तक, Zomato अपने शेयर प्राइस में मजबूत वृद्धि देख सकता है, लेकिन निवेशकों को कंपनी के प्रदर्शन, बाजार की गतिशीलता और वित्तीय रिपोर्टों पर नजर रखनी चाहिए।


Disclaimer: यह विश्लेषण केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए है। निवेश करने से पहले विशेषज्ञों से सलाह लें।

Leave a Comment